“आधुनिकता और पश्चिमकरण का भारतीय समाज पर प्रभाव” विषयक विमर्श सत्र सम्पन्न
सुल्तानपुर। कमला नेहरू भौतिक एवं सामाजिक विज्ञान संस्थान में समाजशास्त्र विभाग द्वारा “आधुनिकता और पश्चिमकरण का भारतीय समाज पर प्रभाव” विषयक विमर्श सत्र का आयोजन हुआ । विषय की स्थापना डॉ नीरज सिंह नें की एवं बताया कि आधुनिकता ने अपने साथ हिप्पी संस्कृति, मैकडॉनल्ड और सैंडविच संस्कृति के साथ परंपराओं के ऊपर चौतरफा हमला किया। परिणाम ये हुआ कि जो देश अपनी विरासत के लिए दुनिया के सिरमौर थे आज अवसाद और संघर्ष में फंसे हैं।समाजशास्त्र विषय के प्राध्यापक डा. कुलदीपक पांडेय ने कहा कि आधुनिकता ने दुनिया को चाकाचौद भारी जिंदगी दी लेकिन मानवीय संवेदना और मनुष्यता का दमन भी कर दिया । एक अधूरी परियोजना के रूप में आधुनिकता ने अपने साथ पाश्चात्य को सहधर्मी बना कर भारत ही नहीं बल्कि विश्व की प्राचीनतम सभ्यताओं का भी अवसान किया है। इस अवसर पर डॉ नीतू सिंह ,रिया सिंह, सिया तिवारी,अमन कुमार और दिलीप कुमार आदि ने अपने विचार रखे।