आगामी तहसील (25 दिसम्बर, 2023 से 30 दिसम्बर, 2023 तक) व जनपद स्तरीय (01 से 05 जनवरी, 2024 तक) ‘संस्कृति उत्सव-2023‘ का होगा आयोजन जनपद के सभी इच्छुक प्रतिष्ठिक कलाकार प्रतियोगिता में कर सकते हैं प्रतिभाग।

आगामी तहसील (25 दिसम्बर, 2023 से 30 दिसम्बर, 2023 तक) व जनपद स्तरीय (01 से 05 जनवरी, 2024 तक) ‘संस्कृति उत्सव-2023‘ का होगा आयोजन

जनपद के सभी इच्छुक प्रतिष्ठिक कलाकार प्रतियोगिता में कर सकते हैं प्रतिभाग।

सुलतानपुर 26 दिसम्बर/शासन द्वारा दिये गये निर्देश के क्रम में उत्तर प्रदेश पर्व हमारी संस्कृति-हमार पहचान के अन्तर्गत आगामी ‘संस्कृति उत्सव-2023‘ मनाया जाना प्रस्तावित हुआ है, जिसकी तिथियां निम्नलिखित हैंः- गॉव, पंचायत, ब्लाक एवं तहसील स्तर के कलाकारों की प्रतियोगिता (25 से 30 दिसम्बर, 2023 तक) मनाया जाना प्रस्तावित हुआ है। तहसील स्तर के चयनित कलाकारों की प्रतियोगिता अर्थात् जनपद सतरीय कार्यक्रम (01 से 05 जनवरी, 2024 तक) जनपद मुख्यालय पर किया जाना प्रस्तावित है। जनपद स्तर के चयनित कलाकारों की प्रतियोगिता (10 से 15 जनवरी, 2024 तक) मण्डलीय मुख्यालय पर आयोजित किया जाना प्रस्तावित है।
इसी प्रकार मण्डल स्तर के चयनित कलाकारों की प्रतियोगिता (20 से 21 जनवरी, 2024 तक) प्रदेश की राजधानी मुख्यालय, लखनऊ में प्रतियोगिता का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है। उक्त लखनऊ में आयोजित प्रतियोगिता में विजयी प्रतिभागियों पूर्वाभ्यास (दिनांक 23 जनवरी, 2024) को आयोजित किया जाना प्रस्तावित है। ‘‘उत्तर प्रदेश पर्व‘‘ के अवसर पर अंतिम रूप से चयनित सभी प्रतिभागियों की प्रस्तुतियां, सम्मान एवं पुरस्कार (24 से 26 जनवरी, 2024 तक) लखनऊ में आयोजित किये जाने हेतु प्रस्तावित है।
उक्त प्रतियोगिता में जनपद के सभी इच्छुक प्रतिष्ठित कलाकारों जैसे- किन्नर समाज, दिव्यांगजन समाज, व्यापार मण्डल, औद्योगिक क्षेत्र के संगठनों, शहरी/ग्रामीण क्षेत्रों आदि से प्रतिभाग कर सकते हैं। समस्त प्रतिभागी निम्नलिखित विधाओं में प्रतिभाग कर सकते हैं जैसे- गायन-शास्त्रीय गायन, ख्याल, ध्रपद, उपशास्त्रीय गायन-ठुमरी, दादरा, चैती, चैता, झूला, होरी, टप्पा, लोक गायन-कजरी, चैती, झूला, बिरहा, आल्हा, निर्गुण, लोकगीत, कव्वाली आदि, सुगम संगीत-गीत गजल भजन, देशभक्ति गीत एवं अन्य, वादन- स्वर वाद्य सुषिर वाद्य बांसुरी, शहनाई, हारमोनियम तन्तु वाद्य सितार, वायलिन, गिटार, सारंगी, वीणा वादन आदि ताल वाद्य तबला, पखावज, दक्षिणी भारतीय मृदंगम, घटम आदि, जनजाति वाद्य यंत्र/लोक वाद्य, डफला, नगाड़ा, दुक्कड़, मादल, शहनाई, ढोल-ताशा, ढ़ोलक, नाल, चिमटा, हुड़का, सिंघा आदि, नृत्यः- कथक, भरतनाट्यम, ओडिसी, मोहिनी अट्टम तथा अन्य शास्त्रीय नृत्य, लोक नृत्य-धोबिया, अहिरवा, करमा, शैला, डोमकच, आखेट नृत्य तथा अन्य जातीय नृत्य आदि, लोक नाट्य- नौटंकी, रामलीला, रासलीला, स्वांग, भगत, बहुरूपिया, नुक्कड़ नाटक सहित आदि है।
‘संस्कृति उत्सव-2023‘ में प्रतिभाग करने की नियम व शर्ते निम्नवत हैंः- सभी प्रतिभागियों को उत्तर प्रदेश का निवासी होना चाहिये, जिसके लिये प्रतिभागी का आधार कार्ड मानक होगा। प्रतियोगिता में प्रतिभाग हेतु सम्बन्धित जनपद का निवासी अपने ही जनपद के क्षेत्रान्तर्गत प्रतियोगिता स्थलों पर प्रतिभाग कर सकता है। प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने हेतु ऑनलाइन पंजीकरण अनिवार्य है। ऑनलाइन पंजीकरण संस्कृति विभाग द्वारा निर्धारित पोर्टल पर किया जायेगा। एक प्रतिभागी केवल एक ही विधा में प्रतिभाग कर सकता है। प्रतिभागी कलाकार दलनायक के रूप में अपने सभी सहयोगी कलाकारों का सम्पूर्ण विवरण यथा- नाम, पता, आधार कार्ड, मोबाइल नं0, पासपोर्ट साइज की दो फोटो अलग से प्रस्तुत करेंगे। यदि कोई कलाकार अन्य किसी दल के साथ सहभागिता करेगा, तो उस कलाकार को दूसरे दल नायक के रूप में शामिल नहीं किया जायेगा। सभी कलाकारों को संगत कलाकार व वाद्ययंत्रों की व्यवस्था स्वयं करनी होगी। देशभक्ति गीत, लोकगीत, लोकनृत्य, जनजातीय नृत्य एवं लोकवाद्य में केवल समूह प्रस्तुतियां होगी, अन्य सभी विधाओं में सिर्फ एकल प्रस्तुतियां होगी। सभी प्रतिभागी कलाकार एकल प्रस्तुति के अतिरिक्त सिर्फ एक समूह प्रस्तुति में भाग ले सकते हैं। प्रतिभागी कलाकारों के साथ संगत कर रहे संगतकार एक से अधिक दल के साथ संगत कर सकते हैं, लेकिन एक ही दल के साथ संगत करने वाले दलनायक को अतिरिक्त अंक दिये जायेंगे। प्रस्तावित विधाओं के अतिरिक्त कोई अन्य प्रस्तुति मान्य नहीं होगी। देशभक्ति समूह गीत प्रस्तुति के दौरान प्रतिभागी अपने नियत स्थान पर ही बने रहेंगे और जब निर्णायक मंडल उन्हें निर्देशित करेगा, तो वह अपनी पूर्व स्थिति में जा सकेंगे। शास्त्रीय नृत्य एवं लोकनृतय में उस विधा से सम्बन्धित मान्य वेश-भूषा अनिवार्य है। समूह प्रस्तुतियों हेतु भी गणवेश अनिवार्य है। वेश-भूषा का निर्धारण पृथक से सूचित किया जायेगा। सभी प्रस्तुतियां पारपंरिक और मर्यादित होनी चाहिये अन्यथा निर्णायक मण्डल द्वारा प्रस्तुति निरस्त की जा सकती है। प्रतिभागी/प्रतिभागी दल को अपनी प्रस्तुति से पूर्व प्रस्तुति का संक्षिप्त विवरण लिखित रूप में निर्णायक मण्डल के समक्ष प्रस्तुत करना अनिवार्य है। किसी राजनैतिक दल, धर्म, संप्रदाय, जाति या व्यक्ति की भावनाओं को आहत करने वाली प्रस्तुतियां पूर्णतया प्रतिबंधित होगी। एकल या समूह नृत्य में अग्निवर्धक व दुर्घटनाकारी सामग्रियों का प्रयोग प्रतिबंधित है। ‘संस्कृति उत्सव-2023‘ कार्यक्रम से सम्बन्धित विस्तृत जानकारी के लिये जिला पंचायत परिसर स्थित जिला सूचना कार्यालय, सुलतानपुर से सम्पर्क किया जा सकता है।

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