महामंत्र है राम का नाम -राजकुमार शास्त्री
जगदीशपुर अमेठी ।इस घोर कलयुग मे राम का नाम महामंत्र है इसी मंत्र को शंकर भगवान भी जपते रहे अंत समय मे यह नाम जिसके मुख से निकल गया उसका तरनतारन हो जाता है यह उक्त विचार व्यास राजकुमार शास्त्री ने नव दिवसीय श्रीराम कथा के दौरान पूरबगांव कपूरीपुर मे व्यक्त किया उन्होने भक्तो को अमृत रूपी कथा का रसपान कराते हुए आगे कहा कि यह रामचरितमानस कथा को पूर्व मे शंकर भगवान ने लिखकर सुरक्षित रख लिया था रच महेश निजमानस राखा पाई सुसमय सिवासन भाषा इसी को कुंभज श्रषि ने शंकर पार्वती को सुनाया याज्ञबलिक ने भरद्वाज मुनि को सुनाया कागभुसुंड ने गरूड भगवान को तथा शंकर ने पार्वती को सुनाया आज यही राम कथा हमसभी लोग सुनकर भगवान की भक्ति प्राप्त कर सत्य मार्ग की तरफ चलना सीखते हैं उन्होने राम जन्म, राम वनवास ,केवट प्रसंग, भरत मिलाप, सीता हरण, राम रावण युद्ध, राम का राज तिलक आदि कथा का बडे ही सुंदर शब्दो मे रसपान कराया जिसको सुनकर भक्तगण भाव विभोर हो गए कथा आयोजक ग्राम प्रधान उमा पति तिवारी, संरक्षक दिनेश चंद्र तिवारी, राहुल पांडेय, दीपक तिवारी एवम समस्त ग्राम वासी सहयोगी तथा यजमान सद्धू कोटेदार रहे।इस अवसर पर राजेंद्र, राम शंकर, पप्पू, शिव शंकर, गणेश दत्त पांडेय सचिव, कृपा शंकर, राम शंकर ,दीपक तिवारी,कल्प नाथ आदि लोग मौजूद रहे ।