जिलाधिकारी द्वारा कौशल विकास मिशन के अन्तर्गत दिव्यांगजनों हेतु आयोजित कम्प्यूटर प्रशिक्षण कार्यशाला का किया गया उद्घाटन
सुलतानपुर 24 अगस्त/जिलाधिकारी जसजीत कौर द्वारा उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के तहत ‘‘स्वालंबी सुलतानपुर‘‘ के अंतर्गत पहली बार निर्धन दिव्यांगजनों को कौशल विकास से जोड़कर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त व आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में विकास खण्ड कूरेभार, दूबेपुर व कुड़वार के दिव्यांगजनों का एक साथ आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन प्रशिक्षण केन्द्र महात्मा गाँधी डिग्री कालेज पटना चैराहा कूरेभार में किया गया। जिलाधिकारी, मुख्य राजस्व अधिकारी शैलेन्द्र कुमार मिश्रा, व्यापार मंडल प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र त्रिपाठी द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया।
मुख्य राजस्व अधिकारी द्वारा ‘स्वालंबी सुलतानपुर‘ के अन्तर्गत आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए सभी दिव्यांगजनों को कौशल विकास मिशन से जुड़ने की अपील की गयी। उन्होंने सभी दिव्यांगजनों को प्रशिक्षण कार्यशाला से जुड़कर रोजगार सृजन की ओर आगे बढ़ने की अपील की गयी। उन्होंने कहा कि कौशल विकास मिशन के अन्तर्गत विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम जैसे-कुकिंग, कढ़ाई, बुनाई, कम्प्यूटर का ज्ञान, पेन्टिंग, नई तकनीकी से जुड़कर रोजगार प्राप्त किया जा सकता है तथा सभी दिव्यांगजन आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनकर स्वयं व परिवार को सशक्त बना सकते हैं। उन्होंने ‘स्वालंबी सुलतानपुर‘ के अन्तर्गत दिव्यांगजनों को प्रदान किये जाने वाले कौशल विकास पर विस्तृत प्रकाश डाला।
जिलाधिकारी जसजीत कौर द्वारा उपस्थित दिव्यांगजनों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आप सब इस कम्प्यूटर प्रशिक्षण कार्यशाला में ज्यादा से ज्यादा प्रतिभाग कर स्वयं का कौशल विकास करें तथा रोजगार प्राप्त कर आत्मनिर्भर बन सकें। उन्होंने कहा कि आप सभी लोग अपना रजिस्ट्रेशन करायें तथा नियमित रहकर इस प्रशिक्षण कार्यशाला का लाभ उठायें। उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि आप अपने आस-पास के लोगों को भी इस कार्यशाला से जोड़ें। उन्होंने सभी दिव्यांगजनों से अपील की कि दृढ़इच्छाशक्ति के साथ स्वयं व अपने परिवार का भार वहन करने के लिये इस प्रशिक्षण कार्यशाला से जुड़कर लाभ उठायें। उन्होंने कहा कि आप सब नई तकनीकी से जुड़ने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि आज बहुत सारी कम्पनियाँ ‘वर्क फ्राॅम होम‘ के माध्यम से रोजगार उपलब्ध करा रही हैं। इसलिये इस कम्प्यूटर प्रशिक्षण कार्यशाला का ज्यादा से ज्याद आप सब लाभ उठायें।
कार्यक्रम के अन्त में व्यापार मंडल प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र त्रिपाठी द्वारा उपस्थित दिव्यांगजनों को प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात विभिन्न प्रतिष्ठानों/उपक्रमों में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए आश्वस्त किया। उन्होंने सभी दिव्यांगजनों से कहा कि आप सब अकेले नहीं हैं आप के साथ पूरा समाज सहयोग कर रहा है, आप सब इस प्रशिक्षण कार्यशाला का लाभ उठायें। उन्होंने सभी दिव्यांगजनों से अपील की कि आप सब प्रशिक्षित होकर रोजगार प्राप्त करें तथा आत्मनिर्भर बनें। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के पश्चात सभी दिव्यांगजनों को मेरा संगठन रोजगार दिलाने में सहयोग प्रदान करेगा। उन्होंने सभी दिव्यांगजनों को प्रोत्साहित किया।
इस अवसर पर मनोवैज्ञानिक अतुल कुमार मिश्रा, कौशल विकास मिशन से जितेंद्र कुमार, नीरज कुमार, मोनू दुबे, पंकज तिवारी, पंकज पाण्डेय, प्रशिक्षण प्रबंधक डॉ0 श्याम बिहारी मिश्रा, निर्देशक पुष्कर मिश्रा, अध्यापक ओम कुमार वर्मा, भास्कर दुबे, शमशाद अहमद, सागर वर्मा, मनोज कुमार चतुर्वेदी व अन्य स्टाफ के साथ दिव्यांग छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में डीसीसी/डीएलआरसी की बैठक हुई आयोजित।सु
लतानपुर 24 अगस्त/जिलाधिकारी जसजीत कौर की अध्यक्षता में डीसीसी/डीएलआरसी की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। बैठक में पीएम स्वनिधि योजना, बैंकों में आधार बनाने की प्रगति, वार्षिक ऋण योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, पशुपालन किसान क्रेडिट कार्ड, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, एक जनपद एक उत्पाद योजना, पीएमईजीपी योजना, ऋण जमानुपात, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, स्टैण्डअप इंडिया योजना, अटल पेंशन योजना एवं एनआरएलएम योजना की प्रगति सहित अन्य बिन्दुओं पर विस्तृत रूप से चर्चा हुई।
बैठक में पीएम स्वनिधि योजना में पंजाब नेशनल बैंक में 310 और भारतीय स्टेट बैंक में 231 वितरण हेतु लंबित पत्रावलियाँ रहने पर जिलाधिकारी महोदया द्वारा गम्भीरता से लिया गया। डाक अधीक्षक द्वारा बैठक में प्रतिभाग न किये जाने से डाकघर में बनने वाले आधार की समीक्षा नहीं सकी और जिलाधिकारी महोदया द्वारा पत्र के माध्यम से स्पष्टीकरण जारी करने हेतु निर्देशित किया गया। एनआरएलएम योजनान्तर्गत बड़ौदा यू0पी0 बैंक द्वारा कम क्रेडिट लिंकेज किये जाने पर जिलाधिकारी महोदया द्वारा असंतोष व्यक्त किया गया। बैठक में यूको बैंक, एक्सिस बैंक, इण्डिया पोस्ट पेमेन्ट्स बैंक से प्रतिभाग न किये जाने जिलाधिकारी द्वारा स्पष्टीकरण जारी करने हेतु अग्रणी जिला प्रबन्धक, सुलतानपुर निर्देशित किया गया।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) मनोज कुमार पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी/पीओ डूड संजीव यादव, उप कृषि निदेशक रामश्रय यादव, जिला विकास अधिकारी अजय कुमार पाण्डेय, एलडीओ भारतीय रिजर्व बैंक नितिन कुमार, जिला विकास प्रबन्धक नाबार्ड अभिनव द्विवेदी, अग्रणी जिला प्रबन्धक अनुराग संखवार, भारतीय स्टेट बैंक के मुख्य प्रबन्धक रोहित बाजपेई सहित अन्य सम्बन्धित उपस्थित रहे।
*मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में जन्म-मृत्यु पंजीकरण कार्य के प्रभावी अनुश्रवण हेतु जिला स्तरीय अंतर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक हुई आयोजित।*
सुलतानपुर 24 अगस्त/जिलाधिकारी जसजीत कौर के कुशल निर्देशन में मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक की अध्यक्षता में जन्म-मृत्यु पंजीकरण कार्य के प्रभावी अनुश्रवण हेतु जिला स्तरीय अंतर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। उक्त बैठक में सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम, सैंपल रजिस्ट्रेशन सिस्टम, जनगणना, मैप आदि के संबंध में चर्चा की गयी।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि देरी से हो रहे जन्म-मृत्यु पंजीकरण की समस्या को जल्द दूर किया जाए। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी नामित रजिस्ट्रार सुनिश्चित करें कि जन्म-मृत्यु पंजीकरण सही व प्रभावी तरीके से हो। उन्होंने कहा कि जन्म-मृत्यु पंजीकरण अत्यंत आवश्यक है इसलिये मृत्यु पंजीकरण पर भी विशेष ध्यान दिया जाय। उन्होंने उपस्थित सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि जन्म-मृत्यु पंजीकरण कार्य को गंभीरतापूर्वक निष्पादित कराना सुनिश्चित करें। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि सभी अधिकारी क्षेत्र भ्रमण के दौरान कम से कम एक जन्म-मृत्यु पंजीकरण इकाई का निरीक्षण कर मॉनिटरिंग करें। जन्म-मृत्यु पंजीकरण में किसी भी तरह के अनियमितता अथवा लोगों को अनावश्यक भाग-दौड़ कराने की शिकायत मिली तो कड़ी कार्यवाई सुनिश्चित की जाएगी। सभी पंचायत भवनों व निकाय कार्यालयों पर जन्म-मृत्यु पंजीकरण संबंधी बोर्ड लगवाने के निर्देश दिए।
जिला स्तरीय अंतर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक में पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से उप महारजिस्ट्रार एम.के. चैधरी द्वारा प्रस्तुतीकरण किया गया। प्रस्तुति के दौरान उनके द्वारा बताया गया कि जन्म-मृत्यु पंजीकरण से जनहित में जनकल्याणकारी योजनाओं के संचालन एवं कार्यक्रम आदि में सहायता मिलती है। जन्म प्रमाण पत्र व्यक्ति को पहचान, पासपोर्ट, नागरिकता, स्कूल में प्रवेश आदि में जरूरी है। मृत्यु प्रमाण पत्र संपत्ति, बीमा आदि लाभ, विरासत, मृतक आश्रित लाभ आदि के लिए जरूरी है ।
अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) मनोज कुमार पाण्डेय द्वारा सभी सरकारी अस्पतालों में मृत्यु के मामलें में फॉर्म नं0 02 के अलावा एमसीसीडी के फॉर्म नं 4 को भरने का निर्देश दिया गया। साथ ही प्राइवेट हॉस्पिटल, जहां जन्म एवं मृत्यु की घटनाएँ हो रही हैं, उन्हें इंफार्ममेंट आईडी उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ओ0पी0 चैधरी द्वारा बताया गया कि जन्म-मृत्यु की घटनाओं का प्रमाण पत्र 21 दिन के अंदर निःशुल्क जारी किए जाने का प्रावधान है। जन्म और मृत्यु रजिस्ट्रीकरण अधिनियम, 1969 के अंतर्गत प्रत्येक जन्म एवं मृत्यु का रजिस्ट्रेशन होना अनिवार्य है। संस्थागत मृत्यु के मामलों में मृत्यु के कारणों का चिकित्सा प्रमाणन अनिवार्य रूप से किया जाए। साथ ही मंत्र एप का प्रयोग कर तुरंत जन्म प्रमाण पत्र जारी किया जा सकता है।
इस अवसर पर जनगणना कार्य निदेशालय, लखनऊ से एम.के. चैधरी, उप महारजिस्ट्रार कुमार सत्यम, सांख्यिकीय अन्वेषक ग्रेड-1, जिला विकास अधिकारी अजय कुमार पाण्डेय, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी ( नोडल जन्म-मृत्यु) सुल्तानपुर डॉ0 लाल जी, मुख्य चिकित्सा (अधीक्षक पुरुष) डॉ० एस० के० गोयल, मुख्य चिकित्सा (अधीक्षक महिला) डॉ० आर० के० यादव, (जन्म-मृत्यु) अनुभाग कमलेश यादव, समस्त एमओआईसी, बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका चतुर्वेदी, जिला पंचायतराज अधिकारी अभिषेक शुक्ला, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका श्यामेन्द्र मोहन, जिला कार्यक्रम अधिकारी सहित संबन्धित विभाग के अधिकारीगण और कर्मचारी मौके पर उपस्थित रहे।