मुरलीधरन ने गुट निरपेक्ष देशों के संगठन जी-77 में किया भारत का प्रतिनिधित्व
विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने 21-22 जनवरी को युगांडा की राजधानी कंपाला में आयोजित गुट निरपेक्ष देशों के संगठन जी-77 में भारत का प्रतिनिधित्व किया और वैश्विक नेताओं के समक्ष भारत के दृष्टिकोण को प्रस्तुत किया।
अल्प विकसित देशों के सम्मेलन में भाग लेने के लिए तीन दिवसीय दौरे पर कंपाला पहुंचे मुरलीधरन ने इस दौरान कई देशों के प्रतिनिधियों के साथ द्विपक्षीय बैठक भी की। राज्य मंत्री युगांडा में रहने वाले भारतीय समुदाय से भी मिले। मुरलीधरन ने अपने इस दौरे के दौरान श्रीलंका, सोमालिया, ओमान और बोत्सवाना सहित कई देशों के प्रमुख प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की।
उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा कंपाला में तीसरी साउथ समिट के दौरान सोमालिया के उप प्रधानमंत्री सालाह अहमद जाना के साथ एक अच्छी बैठक हुई। हिंदी और भारत के प्रति उनके लगाव से प्रभावित हूं। हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए कई मामलों पर विचार-विमर्श किया गया।
राज्य मंत्री ने बोत्सवाना के विदेश मंत्री डॉ. लेमोगांग क्वापे के साथ बैठक के दौरान कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, स्वास्थ्य और शिक्षा में द्विपक्षीय साझेदारी को बढ़ाने के लिए उनके विचारों की सराहना की।
विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा भारत के ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के दृष्टिकोण के अनुरूप शिखर सम्मेलन का विषय है, ‘सबको साथ लेकर चलें’। मंत्रालय ने आगे कहा कि वसुधैव कुटुंबकम का दृष्टिकोण है – ‘विश्व एक परिवार है’ और इस अंतर-क्षेत्रीय समूह के नेता अपने 134 सदस्य देशों के बीच सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से मिलेंगे।
इसके साथ ही मुरलीधरन ने युगांडा में भारतीय समुदाय के साथ सोमवार को अयोध्या में श्रीराम जन्म स्थान पर नवनिर्मित मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को बड़ी स्क्रीन पर देखा। इस दौरान सभी भारतवंशियों के बीच विशेष उत्साह देखने को मिला।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)