सामुदायिक शौचालय की जांच में नहीं आ रही आंच,कागजी खानापूर्ति का क्रम जारी
मकसूद अहमद
जगदीशपुर—–।आला अफसरों के कडे निर्देश के बाद भी बंद पडे सामुदायिक शौचालयों की जांच के बाद भी तैनात कर्मियों पर कोई आंच नहीं आ रही है जांच में लगाए गए अफसर भी खानापूर्ति कर औपचारिकता निभाने में जुटे हैं।
जगदीशपुर विकास खंड के अंतर्गत स्थित दर्जनों बंद पडे सामुदायिक शौचालयो की हालत जर्जर होकर ताले जडे रहते हैं मामला अखबार की सुर्खियों मेंआने के पश्चात जिले में जिम्मेदार आला अफसर मामला संज्ञान में लेकर ब्लाक मे तैनात जिम्मेदार अधिकारी को प्रतिदिन बंद पडे सामुदायिक शौचालयों की जांच करके रिपोर्ट भेजने के लिए निर्देशित किया परंतु जांच के नाम पर मात्र कागजी खानापूर्ति कर आला अफसरों को गुमराह किया जा रहा है ग्रामीणो ने बताया कि जर्जर शौचालयों में ताले जडे रहते हैं तैनात कर्मी ग्राम प्रधान से मिलकर घर बैठे वेतन लेकर अपनी जेबें भर रहे हैं मजेदार बात तो यह है कि सामुदायिक शौचालय सुबह व शाम निर्धारित समय मे ही खुलने का समय निर्धारित है यदि जांच सुबह शाम की जाए तभी रहस्य का पर्दाफाश हो सकता है जांच अधिकारी ग्यारह बजे ब्लाक में आते हैं ऐसे में जांच बारह बजे से तीन बजे तक होती है ।सामुदायिक शौचालय बंद मिलने पर प्रधानों को बुलाकर ताला खुलवाकर जांच प्रक्रिया संपन्न कर दी जाती है हैरत की बात है कि जब इसी तरह की कागजी जांच होती रहेगी तो सामुदायिक शौचालयों का संचालन होना असंभव है ।लाखों की लागत से बने सामुदायिक शौचालय मात्र शोपीस बनकर आए दिन जर्जर होते रहेगे ।