जिलाधिकारी के निर्देश पर जनपद के थोक व फुटकर प्रतिष्ठानों पर कृषि अधिकारी व उप जिला मजिस्ट्रेटों की संयुक्त टीम द्वारा की गयी सघन छापेमारी एवं सम्बन्धित के विरूद्ध कार्यवाही।
अमेठी। जिला कृषि रक्षा अधिकारी ने बताया कि जनपद में रबी फसलों में बुवाई एवं बुवाई के उपरान्त की स्थिति में कीट/रोग व्याधियों एवं खरपतवार के प्रकोप की अधिक सम्भावना रहती है, जिसके दृष्टिगत किसानों द्वारा अपनी फसलों को खरपतवार, कीटों एवं बीमारियों से बचाने के लिए विभिन्न प्रकार के कृषि रक्षा रसायनों का प्रयोग किया जात है। उन्होंने बताया कि कृषि रक्षा रसायनों की पर्याप्त मात्रा में गुणवत्ता युक्त कृषि रक्षा रसायनों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने हेतु शीर्ष संस्थाओं तथा निजी क्षेत्र के थोक एवं फुटकर विक्रेताओं के गोदामों/बिक्री केन्द्रों पर सघन निरीक्षण हेतु शासन के निर्देश तथा जिलाधिकारी के आदेश के क्रम में कृषि विभाग के अधिकारियों एवं उप जिला मजिस्ट्रेट की संयुक्त टीम तहसील तिलोई में उप जिला मजिस्ट्रेट दिग्विजय कुमार सिंह एवं उप कृषि निदेशक डॉ0 लाल बहादुर यादव, तहसील मुसाफिरखाना में उप जिला मजिस्ट्रेट सविता यादव एवं उप कृषि निदेशक डॉ0 लाल बहादुर यादव, तहसील गौरीगंज में उप जिला मजिस्ट्रेट अभिनव कनौजिया एवं जिला कृषि रक्षा अधिकारी हरिओम मिश्रा, तहसील अमेठी में उप जिला मजिस्ट्रेट प्रीति तिवारी एवं जिला कृषि रक्षा अधिकारी हरिओम मिश्रा द्वारा छापेमारी की गयी। इस सम्बन्ध में उन्होंने बताया कि छापेमारी के दौरान जनपद के कुल 25 कृषि रक्षा रसायन प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया, जिसमें 07 पेस्टीसाइड के नमूने लिये गये तथा अनियमितता के कारण 03 विक्रेताओं को नोटिस जारी किया गया। उन्होंने बताया कि संग्रहीत नमूने फेल होने की दशा में सम्बन्धित दुकानदार के खिलाफ कीटनाशी अधिनियम-1968 के तहत कार्यवाही की जायेगी तथा वर्तमान समय में जनपद में पर्याप्त मात्रा में कृषि रसायन उपलब्ध है।