जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला उद्योग बन्धु, श्रम बन्धु एवं औद्योगिक व्यापारिक सुरक्षा फोरम की बैठक हुई आयोजित।
उद्यमियों की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण किया जाए……..जिलाधिकारी।
श्रम विभाग में श्रमिको का पंजीयन कराने के साथ ही उन्हें योजनाओं से लाभांवित करने के दिए निर्देश।
अमेठी। जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिला उद्योग बन्धु, श्रम बन्धु एवं औद्योगिक/व्यापारिक सुरक्षा फोरम की बैठक आयोजित की गयी। बैठक में जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम श्रम बन्धु की समीक्षा करते हुए उपस्थित उद्यमियों/व्यापारियों को श्रम विभाग में शत-प्रतिशत पंजीकरण कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही कार्यदायी संस्थाओं को निर्माण कार्यों में लगे श्रमिकों का भी पंजीकरण कराने को कहा। बैठक में जिलाधिकारी ने सहायक श्रमायुक्त को श्रमिकों का पंजीकरण कराने के साथ ही शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की श्रमिकों को जानकारी देने एवं उन्हें योजनाओं से लाभान्वित करने के निर्देश दिए। बैठक में उद्योग व्यापार मेमोरेण्डम की समीक्षा, एक जनपद एक उत्पाद/मूंज क्राफ्ट के अन्तर्गत वित्त पोषण हेतु सहायता योजना संचालित किये जाने की स्वीकृति तथा विद्युत भार स्वीकृति एवं ऊर्जीकरण पर विचार, पूंजी निवेश, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री रोजगार योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, सीएसआर के अंतर्गत विभिन्न इकाइयों से प्राप्त प्रस्ताव की सहमति पर विचार सहित औद्योगिक संगठनों/उद्यमियों की सुरक्षा व्यवस्था तथा प्राप्त शिकायतों का निस्तारण के संबंध में समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने कहा कि उद्योग बन्धु एवं औद्योगिक/व्यापारी बन्धु की समस्याओं का निराकरण सम्बन्धित अधिकारी प्राथमिकता के साथ करें और व्यापारिक सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दिये जाये। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि उद्यम स्थापना में कोई समस्या आ रही हो तो समिति को अवगत करायें। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि व्यापारी बन्धुओं की समस्याओं का निराकरण प्राथमिकता के साथ किया जाए। बैठक का संचालन उपायुक्त उद्योग, जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केन्द्र राजीव कुमार पाठक ने करते हुए गत बैठक की कार्यवाही सहित बैठक के एजेण्डा बिन्दुओं को समिति के समक्ष रखा तथा बैठक के अन्त में उपस्थित सभी के प्रति धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी सान्या छाबड़ा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अंशुमान सिंह, खादी एवं ग्रामोद्योग अधिकारी महेन्द्र मिश्रा, सहायक श्रमायुक्त गोविंद यादव, अधिशासी अभियंता यूपीएसआईडीसी सहित अन्य संबंधित अधिकारी व उद्यमी उपस्थित रहे।